आज का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश के लिए
सम्बोधन संकट काल में बिलकुल अलग मायने
रखता है –उन्होंने सही शब्दों में कहा कि इस
संकटकाल ने हमें अपने ही प्रोडक्ट पर निर्भर
रहना सिखाया है –
इसके चलते हमें आत्मनिर्भर होना होगा और
जनशक्ति पर विश्वास जताया कि हम बेहतर से
बेहतर प्रोडक्ट बना सकते हैं ना केवल अपने
लिए बल्कि विश्व के लिए भी –उन्होंने इसके
लिए देश के 5 स्तम्भों की बात की —
1. इकोनॉमी
2. इन्फ्रास्टक्चर
3. हमारा सिस्टम
4. हमारी डेमोग्राफी
5. डिमांड
उन्होंने 130 करोड़ जनता में द्रढ विश्वास जताते
हुए कहा कि ‘आज हमारे पास साधन है, हमारे
पास दुनिया का सबसे बेहतरीन टैलेंट है, हम बेस्ट
प्रोडक्ट बनाएंगे. सप्लाई चेन को और आधुनिक
बनाएंगे. ये हम जरूर करेंगे” –इस सन्दर्भ में
उन्होंने कच्छ में भूकंप से मची तबाही को भी याद
किया जिसके बाद भी कच्छ कुछ समय में दौड़
पड़ा —
नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को पूरी तरह आज
प्रेरणा दे कर उसका उत्साहवर्धन किया और असली
लीडर वही है जो देश की जनता को राह दिखा दे
और उसे प्रेरणा दे सके (Motivate करे) जिससे
थके हारे लोग भी फुर्ती से आगे चल पड़ें —
जो 20 लाख करोड़ का पैकेज है उसके बारे में
विस्तार से जानकारी आती रहेगी और चौथा
लॉक डाउन नए नियमो के साथ आएगा जिसके
लिए ईशारा तो कर दिया है वो नियम सरल
होंगे वरना तो आर्थिक पैकेज देते ही नहीं –
लेकिन सम्बोधन में छिपी हुई बात केवल ये है
कि प्रधान मंत्री ने चीन को संकेत दे दिया है कि
देश की जनता अब अपने लिए सामान खुद
बनाएगी, वो अब तुम्हारा घटिया माल प्रयोग
नहीं करेगी —
चीन के निवेश पर वैसे भी सरकार ने अंकुश
लगाने का काम किया और यही कारण है चीन
बौखलाया हुआ है जो कभी सिक्किम और कभी
लदाख में शरारत कर रहा है —
(शोभित अग्रवाल )