पीएम मोदी कर सकते हैं लाँक डाउन 5.0 की घोषणा, जानिए कौन से 11 बड़े शहरों पर केंद्रित रहने के आसार

मिली जानकारी के अनुसार सरकार लाकडाउन -5.0 को लागू करने की तैयारियों में लगी हुई है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार केंद्र सरकार का लाक डाउन देश के 11 बड़े शहरों पर केंद्रित रहेगा, और बाकी जगह इसमें छूट दी जा सकती है.

कोरोना वायरस महामारी देश में रुकने का नाम नहीं ले रही है. अब देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या डेढ़ लाख पार कर चुकी है, और रोज 5000 से 6000 के लगभग नए मामले सामने आ रहे हैं.

मोदी सरकार ने लॉक डाउन 4.0 में राज्य सरकारों को अपने-अपने यहां, अपने अनुसार छूट देने का प्रावधान रखा था, और इसी के मद्देनजर काफी राज्यों ने अपने यहां दफ्तरों,इंडस्ट्रीज,मार्केट, बस ट्रेन और उड़ानों की अनुमति प्रदान की थी.

सूत्रों का कहना है कि लॉकडाउन का पांचवा चरण 11 शहरों पर केंद्रित होगा, जिसमें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, ठाणे, इंदौर, चेन्नई, अहमदाबाद, जयपुर, सूरत और कोलकाता शामिल हैं.

इन शहरों में 70 फीसदी से अधिक कोरोना केस हैं. केवल 5 शहरों (अहमदाबाद, दिल्ली, पुणे, कोलकाता, मुंबई) में तो आंकड़ा 60 फीसदी के पास है.

लॉकडाउन के पांचवें चरण में केंद्र की तरफ से धार्मिक स्थलों को नियम व शर्तों के साथ खोलने की अनुमति प्रदान की जा सकती है, किसी भी धार्मिक स्थल पर किसी भी तरह का महोत्सव या मेला का आयोजन नहीं होगा, और अधिक संख्या में लोग एकत्रित करने की अनुमति प्रदान नहीं होगी.  मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करना अनिवार्य होगा ।

लाकडाउन 5 में कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी जगह सलून और जिम को खोलने की इजाजत नियम और शर्तों के साथ दी जा सकती है,  इस चरण में स्कूल और कॉलेजों को खोलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, और इसके साथ ही मॉल और मल्टीप्लेक्स पूरी तरह से बंद रहेंगे.

सूत्रों का कहना है कि लाकडाउन का पांचवा चरण 2 हफ्ते का हो सकता है, और इसमें शादी और अंतिम संस्कार में कुछ और लोगों के शामिल होने की भी इजाजत दी जा सकती है.

हालांकि सरकार का कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उठाया गया, लाकडाउन के इस कदम का यह पांचवां चरण होगा, पर इसका स्वरूप पहले चार चरणों से थोड़ा अलग होने के साथ, इसमें ज्यादा ढील मिलने की उम्मीद है

देश में अब 14 दिन में कोरोना वायरस से संक्रमितो की संख्या दुगनी हो रही है, और मरने वालों की संख्या 16 दिन में दुगनी हो रही है. ऐसे में चिकित्सा विभाग पर बहुत अधिक दबाव बढ़ता जा रहा है, और यह उनकी चिकित्सा प्रणाली के लिए बहुत बड़ी चुनौती का सबब बन रहा है, और देश में लाक डाउन होने के बाद भी बढ़ते मामलों से अब लोग सवाल उठाने लगे हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here